दुनिया का आखरी देश - क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया का आखिरी देश कौन सा है? यानी ऐसा देश जो सबसे आखिरी में बना हो? अगर नहीं, तो आज हम आपको बताएंगे! दुनिया में कुल 195 देश हैं, लेकिन सबसे नया देश कौन सा है? संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त दक्षिण सूडान दुनिया का सबसे नया देश है। यह 9 जुलाई 2011 को सूडान से अलग होकर एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। लंबे समय तक चले गृहयुद्ध के बाद, दक्षिण सूडान को आखिरकार अपनी आज़ादी मिली। इसकी राजधानी जुबा है और यहाँ की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है।
क्या आप जानते हैं? दक्षिण सूडान के बाद भी कुछ इलाके ऐसे हैं जो खुद को अलग देश घोषित कर चुके हैं, लेकिन उन्हें अंतरराष्ट्रीय मान्यता नहीं मिली।
दक्षिण सूडान: एक नए देश की शुरुआत
दशकों तक चले भीषण गृहयुद्ध, संघर्ष और अस्थिरता के बाद, वर्ष 2011 में दक्षिण सूडान ने आखिरकार स्वतंत्रता हासिल की। यह अफ्रीका का सबसे नया देश है, जिसने सूडान से अलग होकर खुद को एक संप्रभु राष्ट्र घोषित किया। इसकी राजधानी जुबा है और अंग्रेज़ी को यहां की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई है। देश की आज़ादी का यह सफर आसान नहीं था—लाखों लोगों ने संघर्ष, विस्थापन और हिंसा झेली, लेकिन अंततः दुनिया के सामने एक नया राष्ट्र उभरा।
क्या आप जानते हैं?
दक्षिण सूडान के स्वतंत्र राष्ट्र बनने के बाद भी दुनिया में कई ऐसे क्षेत्र हैं जो खुद को "स्वतंत्र देश" घोषित कर चुके हैं, लेकिन उन्हें अब तक अंतरराष्ट्रीय मान्यता नहीं मिली है। इन्हें de facto स्वतंत्र देश कहा जाता है—यानी वे खुद को शासन, झंडे और सरकार से अलग पहचान देते हैं, लेकिन संयुक्त राष्ट्र और बाकी दुनिया उन्हें आधिकारिक रूप से देश नहीं मानती।
ऐसे क्षेत्रों में ताइवान, पलस्तीन, कोसोवो, नागोर्नो-काराबाख, अबखाज़िया, दक्षिण ओसेतिया, और ट्रांसनिस्ट्रिया जैसे नाम प्रमुख हैं। ये क्षेत्र राजनीतिक, जातीय या ऐतिहासिक कारणों से अलग पहचान की मांग करते हैं, लेकिन वैश्विक मान्यता की प्रक्रिया बेहद जटिल और राजनीतिक रूप से संवेदनशील होती है।
दक्षिण सूडान का उदाहरण हमें यह सिखाता है कि स्वतंत्रता केवल एक घोषणा से नहीं मिलती—इसके पीछे संघर्ष, कूटनीति और समय की लंबी परीक्षा होती है।
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